- मेला और जिला पुलिस के अलावा केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां मुस्तैद रहेंगी
एफएनएन, हरिद्वार : कुंभ वर्ष में बृहस्पतिवार को मकर संक्रांति का पहला पर्व स्नान है। इस दिन गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के लिए उत्तर भारत से पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं के हरिद्वार पहुंचने की संभावना है। प्रशासन इसे कुंभ के ट्रायल के रूप में ले रहा है। लिहाजा भीड़ के मद्देनजर मेला पुलिस और प्रशासन ने व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर दी हैं।
हरकी पैड़ी समेत सभी घाटों पर मेला और जिला पुलिस के अलावा केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां मुस्तैद रहेंगी। शिवमूर्ति चौराहे से भीमगोड़ा तक बाहरी वाहनों के लिए जीरो जोन रहेगा। स्थानीय लोग और व्यापारी निजी व आवश्यक कार्यों के लिए दोपहिया वाहनों से आवाजाही कर सकेंगे।
मकर संक्रांति को सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करेंगे। शास्त्रों की मान्यता के अनुसार, मकर संक्रांति पर गंगा स्नान का बड़ा महत्व है। हर साल उत्तर भारत से लाखों श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचते हैं। हालांकि, इस बार कोरोना संक्रमण के कारण भीड़ कुछ कम जुटने की संभावना जताई जा रही है। फिर भी पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावनाओं को देखते हुए व्यवस्थाएं की गई हैं। महिला श्रद्धालुओं के लिए हरकी पैड़ी क्षेत्र के प्लेटफार्म पर रेडिमेड चेजिंग रूम लगाए गए हैं। श्रद्धालुओं को गंगा आरती दर्शन के लिए चार डिस्प्ले भी लगाए गए हैं। घाटों पर एटीएस, डॉग स्क्वायड, एसटीएफ और पैरमिलिट्री के जवानों की कड़ी सुरक्षा निगरानी रहेगी।