- लखीमपुर खीरी में तिकुनिया में हुई हिंसा मामले में आठ लोगों की मौत में 4 किसान 3 भाजपा के कार्यकर्ता और रेट पत्रकार की मौत हो गई थी इस मामले में दो एफ आई आर दर्ज हुई थी पहली एफ आई आर किसानों की तरफ से दर्ज थी जिस पर कार्रवाई करते हुए के लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि दूसरी एफ आई आर किसानों के खिलाफ हुई थी।
एफएनएन, लखीमपुर खीरी : तिकुनिया में हुई हिंसा के मामले में पुलिस पर एकतरफा कार्यवाही करने पर ब्राह्मण संगठनों ने भी विरोध तेज कर दिया है। शनिवार को जिले के ब्राह्मण समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री को संबोधित जिलाधिकारी खीरी डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया को एक ज्ञापन सौंपा ।
ज्ञापन में ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधियों ने मामले की जांच कर रही एसआईटी की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही मामले की पूरी सीबीआई जांच की संतुष्ट करने और मृतकों के परिवार के लोगों को नौकरी देने की मांग की है। दरअसल तीन अक्टूबर को जिले के तिकुनिया में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और स्थानीय सांसद अजय मिश्र टेनी को काले झंडे दिखाने पहुंचे किसानों को थार गाड़ी से कुचल कर हत्या करने के आरोप में मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू समेत छह लोग हिरासत में हैं । ब्राह्मण समाज का कहना है कि एसआईटी ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए एक एफआईआर पर 6 लोगों को हिरासत में ले चुकी है ।
वही दूसरी तरफ से दर्ज तीन भाजपा कार्यकर्ता और एक पत्रकार को पीट-पीटकर मौत के मामले में दर्ज हुई एफआईआर में कोई भी कार्रवाई नहीं कर रही है। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार नंद कुमार मिश्रा, राघव राम तिवारी, कुमुदेश शुक्ला, सूरज त्रिवेदी, उमा शंकर मिश्रा, ज्योति शुक्ला, रामेश्वरी दीक्षित, अनुराग तिवारी, सत्येंद्र नाथ दीक्षित, अनुज मिश्रा, निर्देश दीक्षित, हरिद्वार बाजपेयी, रमेश चंद्र मिश्र, हिमांशु प्रकाश तिवारी, प्रेम शंकर बाजपेयी, अनूप अवस्थी, आशीष त्रिपाठी, मनीष त्रिपाठी, विवेक अवस्थी , अभिनव मिश्र, नरेंद्र शुक्ल, विनोद पांडेय, सुधांशु धर पांडे समेत ब्राह्मण समाज के लोग मौजूद थे।