- ‘साहित्य अकादमी’ से सम्मानित डबराल का तंगहाली के बीच गाज़ियाबाद में चल रहा इलाज
- बेटी अल्मा कर रहीं देखभाल, सोशल मीडिया पर अपील-मदद को बढ़ाएं हाथ
एफएनएन, गाज़ियाबाद। हिंदी के प्रसिद्ध कवि व साहित्य अकादमी अवार्ड से सम्मानित मंगलेश डबराल कोरोना से जूझ रहे है। मंगलेश डबराल की हालत गंभीर बतायी जा रही है। चार दिन पहले उन्हें गाज़ियाबाद के वसुंधरा के सेक्टर 4 में स्थित ली क्रेस्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें आईसीयू में रखा गया है। फेफड़ों में संक्रमण और निमोनिया होने से डाक्टर उनकी हालत ज्यादा गंभीर बता रहे हैं। पुत्री अल्मा डबराल अस्पताल में अकेले ही उनकी देखभाल कर रही हैं।
जन कवि डबराल की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण इलाज में भी दिक्कतें आ रही हैं। कोरोना से संक्रमित मंगलेश डबराल के लिए आर्थिक सहायता का संदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस संदेश में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे लोकप्रिय कवि को जीवनदान देने के लिए खुले दिल और दोनों हाथों से मदद की भावपूर्ण अपील करते हुए उनकी बेटी अल्मा डबराल के बैंक एकाउंट की डिटेल भी दी गई है। मूलतः टिहरी गढ़वाल के काफलपनी निवासी मंगलेश डबराल का कविता संग्रह ‘पहाड़ पर लालटेन’ बहुत लोकप्रिय है। इसके अलावा उनके अन्य कविता संग्रह ‘घर का रास्ता’, ‘हम जो देखते हैं’, ‘आवाज भी एक जगह है’ भी खूब चर्चित रहे हैं। 72 वर्षीय मंगलेश डबराल ‘जनसत्ता’ अखबार में साहित्य संपादक की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। उनके कविता संग्रहों का अंग्रेजी, रूसी, जर्मनी आदि भाषाओं में अनुवाद भी हो चुका है। मंगलेश डबराल ने देहरादून में शिक्षा ग्रहण की है।