- भाकियू भानु के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानुप्रताप सरकार के साथ तो प्रदेश अध्यक्ष बेटे योगेश प्रताप आंदोलन आगे बढ़ाने पर डटे
एफएनएन, नोएडा: एक तरफ तो रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से वार्ता के बाद शनिवार देर रात भाकियू भानु के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह ने चिल्ला बार्डर पर 13 दिन से जारी धरना-प्रदर्शन को खत्म कर दिल्ली-नोएडा लिंक रोड को आम वाहन चालकों के लिए खोलने का ऐलान कर दिया है, वहीं संगठन के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष और उन्हीं के सुपुत्र योगेश प्रताप सिंह ने पिता के नरम रुख पर कटाक्ष करते हुए आंदोलन को खुद आगे बढ़ाने का इरादा जाहिर किया है। साफ है कि आंदोलित किसानों में अब दो फाड़ साफ दिखने लगा है। बेटे का गरम और बाप का नरम रुख भी लोगों को चौंका रहा है।
बाप नरम लेकिन बेटे के मिजाज हैं बहुत गरम
दरअसल, चिल्ला बॉर्डर पर आंदोलित किसानों के संगठन में भारतीय किसान यूनियन (भानु) भी शामिल है। इस संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह हैं जो शनिवार रात रक्षामंत्री के आवास पर जाकर उनसे वार्ता करने वाले पांच किसान नेताओं के प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे। सफल वार्ता के बाद किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने जहां चिल्ला बार्डर खोलकर दिल्ली-नोएडा लिंक रोड पर वाहनों की आवाजाही बहाल भी करा दी है; वहीं इसी संगठन के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर योगेश प्रताप सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप के बेटे हैं। योगेश प्रताप का साफ कहना है कि अब इस आंदोलन को वे खुद आगे बढ़ाएंगे क्योंकि पिताजी का रुख लगातार नरम होता जा रहा है।
पिताजी का नहीं, ईश्वर का आशीर्वाद लेकर शुरू की भूख हड़तालः योगेश प्रताप
योगेश प्रताप का कहना है कि शनिवार को चिल्ला बार्डर खोलने के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अपने पिता भानु प्रताप के फैसले से वह सहमत नहीं हैं। इसीलिए रविवार को वह भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। भूख हड़ताल पर बैठने से पहले पिता भानु प्रताप का आशीर्वाद लेकर नहीं आए हैं। पिताजी का आशीर्वाद नहीं मिलने का अफसोस नहीं है। ईश्वर का आशीर्वाद लेकर धरने पर बैठ गया हूं। योगेश प्रताप का कहना है पिता से मेरे विचार मिलते हैं या नहीं मिलते हैं यह मैं नहीं जानता, लेकिन मैं किसानों की लड़ाई लड़ने के लिए आया हूं, जब तक तीनों बिल वापस नहीं होंगे वापस नहीं जाऊंगा।