- दुबहा और लौकहा गांव के पास कटान कर रही नदी को रोकने के लिए अफसरों से भी की मीटिंग
एफएनएन, लखीमपुर खीरी : जिले में शारदा नदी जिस तेजी से कटान कर रही है, उससे ग्रामीणों के चेहरों पर नदी का खौफ है। शारदा पिछले 10 दिनों से दक्षिण तट की ओर कटान कर सैकड़ों एकड़ जमीन काट चुकी है, अब शारदा का रूख नया दुबहा और रेवतीपुरवा की ओर है, वहीं नदी के निशाने पर तीन साल पहले की बनी परियोजना भी है। ग्रामीणों का कहना है कि जल्दी अगर इस पर काम नहीं शुरू हुआ तो फिर शारदा के कटान को रोकना मुश्किल होगा और शारदा करीब आधा दर्जन गांवों के लिए तबाही बन चुकी होगी।
गुरुवार को सिख किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल कमिश्नर से मिला, और शारदा नदी के कटान और खतरों से रूबरू कराया। अन्न महोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे कमिश्नर रंजन कुमार किसानों की बात सुनकर नदी के कटान को देखने पहुंचे। सुबह से ही किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल गुलरिया चीनी मिल पहुंच गया था, यहां पर गोला एसडीएम अखिलेश यादव ने किसानों के दल से मुलाकात की और कमिश्नर तक बात पहुंचाने का वादा किया। इस बीच किसान किसी तरह कमिश्नर से मिलना चाह रहे थे, किसान कमिश्नर के मुड़िया हेमसिंह में आने की बात सुनकर गांव में डटे रहे, बाद में कमिश्नर रंजन कुमार डीएम डॉ अरविंद चौरसिया, पुलिस अधीक्षक विजय ढुल, एसडीएम अखिलेश यादव, बीडीओ देवेंद्र सिंह समेत तमाम प्रशासनिक अमला कटान क्षेत्र में पहुंचा, यहां पर किसानों से मुलाकात की और अभी तक किए गए प्रयासों के बारे जानकारी ली। बाद में किसानों का एक दल करीब दो बजे कमिश्नर से मिलने गुलरिया चीनी मिल गेस्ट हाउस पहुंचा। वहां पर कमिश्नर ने सिंचाई विभाग के अफसरों के साथ बैठक कर नदी कटान को रोकने की बात की।
- उधर गांव में नदी के रुख को देखते हुए ग्रामीण कर रहे पलायन की तैयारी
लखीमपुर: नदी के लगातार कटान को देखते हुए नया दुबहा गांव के लोग पलायन की तैयारी में हैँ। गुरुवार को सुबह तमाम ग्रामीण अपना सामान समेटने की तैयारी में थे, उन्हें लग रहा है कि जिस गति से सिंचाई विभाग नदी को रोकने के प्रयास कर रहे हैँवह नाकाफी है