एफ़एनएन, लखनऊ : लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता एके जैन पर यौन उत्पीड़न के मामले में गठित कमेटी ने उनको दोषी करार दिया। इसके साथ ही जांच को भी उच्चाधिकारियों तक भेज दिया है। अब प्रमुख अभियंता पर संकट के बादल साफ दिखाई दे रहै है।
मामला वर्ष 2018 का है। तब एके जैन प्रतिनियुक्ति पर सिंचाई विभाग की टेक्निकल ऑडिट सेल में प्राविधिक परीक्षक के पद पर तैनाती थी। पीएसी में ही तैनात एक महिला स्टेनो ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए शासन को पत्र भेजा था। जिसके बाद विशेष सचिव की अध्यक्षता में एक टीम गठित की गई थी। जो उनकी जांच कर रही थी। इसके बाद मामला चल रहा था। इधर, परीक्षक का पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता के पद पर तैनाती हो गई। टीम की लंबी जांच पड़ताल के बाद उनको दोषी करार कर दिया। इसके बाद रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को तक पहुंचा दिया गया है। अगली कार्रवाई अधिकारी विभागीय स्तर पर करेंगे और पुलिस अपने स्तर से इस पर एक्शन ले सकती है।