एफएनएन, देहरादून : धामी सरकार के लिए वर्ष 2023-24 चुनावी परीक्षा का भी साल है। नवंबर में शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव होने हैं और 2024 में सत्तारूढ़ भाजपा लोकसभा चुनाव में होगी। एक तरह से धामी सरकार के लिए यह चुनावी तैयारी का साल है।
सरकार के एक के बाद एक सामने आ रहे फैसले बता रहे हैं कि चुनावी साल में उसका हिंदुत्व के एजेंडे पर जोर रहेगा। इसे ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण विधानसभा में सीएम धामी के उस बयान से समझा जा सकता है, जिसमें उन्होंने एलान किया कि जुलाई तक उत्तराखंड समान नागरिक संहिता लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा।
इस काम के लिए गठित विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट तैयार करने के अभियान में जुटी है। जनता से सुझाव प्राप्त करने के बाद अब समिति इन्हें छांटने और समान नागरिक संहिता के लिए उपयोगी सुझावों की सूची तैयार कर रही है। मुख्यमंत्री के बयान से साफ है कि समिति समान नागरिक संहिता बनाने की दिशा में तेजी से बढ़ रही है।
भाजपा के हिंदुत्व के एजेंडे में शामिल अयोध्या के राम मंदिर को लेकर हिंदुओं की भावनाओं को जगाने की कोशिश भी सरकार की ओर से होती दिखाई दे रही है। सीएम ने एलान किया है कि उनकी सरकार अयोध्या में एक अतिथिगृह बनाएगी, ताकि राज्य के लोग जब वहां जाएं तो उन्हें आवासीय सुविधा प्राप्त हो। इसके लिए उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से एक एकड़ जमीन मांगी है।
यूपी सरकार की ओर से सैद्धांतिक मंजूरी भी मिल चुकी है। राज्य संपत्ति विभाग को सीएम के स्पष्ट निर्देश हैं कि जैसे ही भूमि आवंटित होगी, उस पर भवन निर्माण शुरू हो जाए। जाहिर है कि इस काम को सीएम धामी इसी साल कर लेना चाहते हैं।