एफएनएन, रुद्रपुर : किच्छा मंडी समिति में तोल को लाया गया गेहूं कर्मचारियों की मिलीभगत से चोरी हो गया। किसान ने मौके पर चोरी को पकड़ा तो उसके अकेले होने का फायदा उठाकर 5 लोग फरार हो गए। किसान की शिकायत पर जिलाधिकारी ने मामले की जांच कराई तो मंडी समिति के निरीक्षक, सहायक और दो गार्ड दोषी पाए गए। ड्यूटी के समय वह उपस्थित नहीं थे। सहायक को निलंबित कर दिया गया है। निरीक्षक के खिलाफ अधिष्ठान अनुभाग की जांच के साथ ही विभागीय कार्यवाही के आदेश दिए गए है। इसके अलावा दो सुरक्षा गार्डों के खिलाफ मंडी सचिव से अपने स्तर से कार्रवाई करने को कहा गया है। महाप्रबंधक प्रशासन परितोष वर्मा ने अपनी जांच रिपोर्ट भी जिलाधिकारी को सौंप दी है। घटना 14 अप्रैल की रात की है। चुटकी, देवरिया किच्छा निवासी किसान जगदीश पांडे अपने गेहूं को तूलवाने के लिए किच्छा मंडी समिति स्थित क्रय विक्रय केंद्र लाया था। वहां उसने गेहूं के बोरों को लगा दिया था। इस बीच मौके का फायदा उठाकर रात्रि में गेहूं के बोरे चोरी कर लिए गए। किसान ने गेट पर गेहूं ले जा रहे लोगों को रोका तो उन्होंने यह कहकर बहाना बनाया कि यह गेहूं फर्श पर गिरा हुआ था जिसे किसान उसे स्वेच्छा से दे गए थे। किसान ने लोगों को रोकना चाहा तो उसमें से 5 लोग फरार हो गए। इस बीच किसान ने मंडी के अध्यक्ष और सचिव से मामले की शिकायत की। शिकायत पर सचिव मौके पर पहुंच गए और गेहूं को गार्ड रूम में सुरक्षित रखवा दिया। किसान ने इस मामले की शिकायत जिला अधिकारी रंजना राजगुरु से की तो उन्होंने मामले की जांच मंडी परिषद के महाप्रबंधक प्रशासन परितोष वर्मा को सौंप दी। वर्मा ने अपनी जांच रिपोर्ट में माना कि इस मामले में मंडी के निरीक्षक मुकेश आर्य, सहायक जगदीश के अलावा सुरक्षा गार्ड सोनू व हरीश दोषी हैं। ऐसे में मंडी सहायक जगदीश को निलंबित कर दिया गया जबकि मंडी निरीक्षक मुकेश आर्य के खिलाफ विभागीय जांच की संस्तुति की गई है। इन दोनों के खिलाफ अधिष्ठान अनुभाग से भी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा सुरक्षा गार्ड सोनू वाह हरीश पर कार्रवाई सचिव मंडी अपने स्तर से करेंगे।