एफएनएन, बरेली : रविवार को एक बड़ा रेल हादसा टल गया। लखनऊ की ओर मालगाड़ी लेकर जा रहे बरेली जंक्शन लोको लॉबी के दो पायलट ने रेड सिग्नल के बाद भी काकोरी स्टेशन पर मालगाड़ी दौड़ा दी। गनीमत रही कि ये मालगाड़ी उसी समय गुजर रही श्रमजीवी एक्सप्रेस से नहीं टकराई। घटना में दोनों लोको पायलट दोषी मिले हैं जिनका लखनऊ में मेडिकल कराया गया है। लखनऊ से दूसरे लोको पायलट भेजकर गाड़ी को आगे रवाना कराया गया। मुरादाबाद डिवीजन ने दोनों लोको पायलट को बुक ऑफ कर दिया है। सोमवार को मंडल ऑफिस तलब किया गया। दोनों पर निलंबन की कार्रवाई हो सकती है। रविवार रात करीब आठ बजे श्रमजीवी गुजारने के लिए काकोरी स्टेशन पर सिग्नल दिया गया था। मालगाड़ी के लिए रेड सिग्नल था। बावजूद बरेली लोको लॉबी के पायलट ज्ञानचंद और अमित कुमार ने गाड़ी दौड़ाकर होम सिग्नल पार कर दिया। जबकि गाड़ी को रोकने के बाद पॉइंट बनाकर दूसरे ट्रैक से गुजारा जाना था। काकोरी स्टेशन मास्टर ने सिग्नल ओवरशूट की रेल कंट्रोल को सूचना दी। इससे हड़कंप मच गया। गाड़ी को तुरंत ही रुकवाया गया। लोको पायलट ज्ञान चन्द्र और अमित कुमार का मेडिकल कराया। इस बीच मलिहाबाद में करीब आधा घंटा तक श्रमजीवी खड़ी रही। उत्तर रेलवे मुरादाबाद रेल मंडल के सीनियर डीओएम ने दोनों लोको पायलट को बुक ऑफ करने के साथ ही सोमवार को दोनों को मंडल आफिस तलब किया है। उनके निलंबन की कार्यवाई हो सकती है। अगर गाड़ी की गति ज्यादा होती तो बड़ा रेल हादसा हो सकता था। मालगाड़ी डिरेल हो जाती।
