एफएनएन, काशीपुर : दहेज उत्पीड़न के मामलों की फेहरिस्त में दो मामले और जुड़ गए हैं। इनमें एक मामले के अनुसार दढ़ियाल रोड निवासी धर्मेन्द्र सिंह अरोरा की पुत्री श्रीमती गगनप्रीत नागपाल का कहना है कि 23 नवम्बर 2012 को उसका विवाह कोहली गार्डन, भोटिया पड़ाव, हल्द्वानी निवासी हरदीप सिंह नागपाल पुत्र कुलवंत सिंह नागपाल के साथ हुआ था। कुछ समय उपरांत कम दहेज का ताना देते हुए ससुरालियों द्वारा उसे प्रताड़ित किया जाने लगा। उससे आॅडी कार की मांग की गई। आरोप है कि पति के संसर्ग से उसे एक पुत्री हुई। पुत्र होने के लिए ससुरालियों ने उसे उल्टी-सीधी दवा खाने के लिए मजबूर किया और मना करने पर 24 नवम्बर 2018 को पति व ससुरालियों ने जबरन उसका गर्भपात करा दिया। इसके बाद भी उससे डेढ़ करोड़ रूपये व आॅडी क्यू-8 कार मायके से लाकर देने की मांग की गई। बीती 29 अप्रैल की रात पति हरदीप, सास सरला, ससुर कुलवंत, ननद चनदीप कौर व नन्दोई सरनपाल सिंह ने मांग पूरी न करने पर मायका पक्ष को जान से मारने की धमकी दी और अगले दिन ससुर उसे रूद्रपुर छोड़कर चला गया, जहां से भाई उसे काशीपुर लाया।
दूसरे मामले में मौहल्ला थानासाबिक निवासी शबीना पुत्री यामीन के मुताबिक 22 जुलाई 2017 को उसका निकाह स्योहारा (बिजनौर) निवासी जीशान पुत्र जहीर अहमद के साथ हुआ था। निकाह के तीन माह बाद पति जीशान, सास रिहाना, ससुर जहीर अहमद, जेठ फैजान अहमद व ननद जेबां आयेदिन कम दहेज का उलाहना देते हुए उसे परेशान करने लगे। ससुरालियों ने उससे बाइक व एक लाख रूपये की मांग की। आरोप है कि फरवरी 2018 में गर्भावस्था के दौरान मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया गया। स्योहारा थाने में शिकायत दर्ज कराकर परिजन उसे काशीपुर ले आये। यहां महिला हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराने पर हुई काउंसलिंग के बाद वह फिर ससुराल चली गई । लेकिन बीती 27 अगस्त को ससुरालियों ने बच्चा छीनकर उसे घर से बाहर निकाल दिया। तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।