राज कृष्ण पाण्डेय : चित्रकूट : राष्ट्रीय स्वयसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा की हिंदू एकता के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। लोगों को स्वार्थ और अहंकार का त्याग करना होगा। वह यहां हिंदू एकता महाकुंभ में बतौर मुख्य अतिथि लोगों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि इस बार अधर्म की लड़ाई धर्म से है। धर्म को अपनी जीत के लिए धर्म का रास्ता नहीं छोड़ना चाहिए। उन्होंने देव और राक्षसों के बीच हुए द्वंद का किस्सा सुनाया। कहा कि किसी भी पार्टी को राज्य की सत्ता देव के रास्ते पर चलने से ही मिलेगी। बिना किसी पार्टी का नाम लिए उन्होंने कई कटाक्ष किए। मोहन भागवत ने प्रतिज्ञा लेते हुए कहा कि किसी भी हिंदू भाई को धर्म से विमुख नहीं होने दूंगा। जो हिंदू धर्म छोड़कर गए हैं उनकी घर वापसी का काम कराएंगे। उन्हें अपने परिवार का फिर से हिस्सा बनाएंगे। हिंदू बहनों की सुरक्षा, सम्मान, शील की रक्षा के लिए सर्वत्र अर्पण करेंगे। जाति, वर्ग, भाषा, पंथ के भेदभाव से ऊपर उठकर हिंदू समाज को समरस सशक्त बनाने के लिए शक्ति का प्रयोग करेंगे।
- दीप प्रज्ज्वलन से हुआ शुभारंभ
धर्म नगरी में हिंदू एकता महाकुंभ के आयोजन का आज राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत एवं जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में उपस्थित देश के प्रमुख पीठों के पीठाधीश्वर भी महाकुंभ में अपने विचार रखेंगे। तुलसीपीठाधीश्वर रामभद्राचार्य की अध्यक्षता में इस महाकुंभ का आयोजन हो रहा है।