निर्वाचन आयोग के निर्देश पर उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में भी दस जून को होने वाले चुनाव के लिए 31 मई तक नामांकन होगा। इसके बाद एक जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी। इसके बाद पात्र प्रत्याशियों को उच्च सदन में भेजने के लिए दस जून से सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा। दस जून की शाम को ही पांच बजे तक परिणाम आ जाएगा।

राज्यसभा की 11 में से सात पर तो भाजपा की जीत तय है। भाजपा आठवीं सीट के लिए भी प्रयास करेगा। इसके साथ ही संख्या बल के हिसाब से समाजवादी पार्टी को भी तीन सीट आराम से मिलेगी। सपा ने राज्यसभा के ल‍िए जो पांच नाम सोचे हैं उनमें रालोद प्रमुख जयंत चौधरी का नाम भी शामिल है।राज्यसभा में 100 सीट के कोटे में उत्तर प्रदेश से कुल 31 सदस्य चुने जाते हैं। उत्तर प्रदेश के जिन 11 सदस्यों का कार्यकाल चार जुलाई 2022 को खत्म हो रहा है, उनमें भाजपा के पांच, समाजवादी पार्टी (सपा) के तीन, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के दो व कांग्रेस के एक सदस्य शामिल हैं।

विधानसभा में 403 विधायकों में भाजपा गठबंधन के पास 273 विधायक हैं। मुख्य विपक्षी दल सपा गठबंधन के विधायकों की कुल संख्या 125 है। राज्यसभा की प्रत्येक सीट के लिए कम से कम 37 विधायकों के वोट जरूरी हैं। इस हिसाब से भाजपा गठबंधन सात सीटों पर आसानी से जीत जाएगा। इसके बाद भी भारतीय जनता पार्टी गठबंधन के 14 वोट बच जाएंगे। 11 में से तीन सीटों पर सपा गठबंधन की जीत पक्की है। उसके पास भी 14 वोट बच जाएंगे। ऐसे में असल मुकाबला 11वीं सीट के लिए होना है, जिसके लिए इन दोनों ही दलों को जीत दर्ज करने के लिए बाकी दलों का समर्थन लेना होगा।