एफएनएन,देहरादून : उत्तराखंड में कुंभ को लेकर जिस बात की आशंका थी, हालात कुछ वैसे ही बन रहे हैं। धर्मनगरी हरिद्वार कोरोना का हॉटस्पॉट बन गई है। पिछले 14 दिन में यहां कोरोना के 3885 मामले आए हैं। हालात इसलिए भी चिंताजनक हैं, क्योंकि बीते कुछ दिन में मामले तेजी से बढ़े हैं। अप्रैल में संक्रमित हुए व्यक्तियों में 49 फीसद बीते चार दिन में आए हैं। यह संख्या 1913 है। 32 संत भी अब तक संक्रमित हो चुके हैं। बीते पखवाड़े हरिद्वार की संक्रमण दर 1.40 फीसद रही। मगर, इसका एक पक्ष यह भी है कि इस दरमियान यहां एंटीजन टेस्ट ज्यादा हुए। एंटीजन टेस्ट जांच में तेजी लाने के लिए जरूर कारगर है, पर आरटी-पीसीआर की तुलना में कम प्रमाणिक है। एंटीजन की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी व्यक्ति के पॉजिटिव होने की आशंका बनी रहती है। ऐसे में जानकार मान रहे हैं कि स्थिति उससे भी भयावह हो सकती है, जैसी दिख रही है।
जांच का आंकड़ा लक्ष्य से दूर
हरिद्वार में जांच का दायरा जरूर बढ़ा है, पर लक्ष्य से अब भी दूर है। नैनीताल हाई कोर्ट ने कुंभ को देखते हुए यहां प्रतिदिन 50 हजार टेस्ट करने का आदेश दिया था। वहीं, पिछले 14 दिन का औसत देखें तो यह रोजाना 20 हजार भी नहीं पहुंच रहा है। इस दरमियान यहां सबसे ज्यादा 31310 जांच 13 अप्रैल को की गई हैैं। जांच का सबसे कम आंकड़ा तीन अप्रैल को रहा। इस दिन महज 1873 जांच की गईं।
ये रही स्थिति
नए मामले
- एक अप्रैल: 149
- दो अप्रैल: 118
- तीन अप्रैल: 85
- चार अप्रैल: 173
- पांच अप्रैल: 194
- छह अप्रैल: 185
- सात अप्रैल: 308
- आठ अप्रैल: 277
- नौ अप्रैल: 229
- दस अप्रैल: 254
- 11 अप्रैल: 386
- 12 अप्रैल: 408
- 13 अप्रैल: 594
- 14 अप्रैल: 525
संक्रमण दर
- एक अप्रैल: 1.32
- दो अप्रैल: 3.28
- तीन अप्रैल: 4.53
- चार अप्रैल: 0.65
- पांच अप्रैल: 0.91
- छह अप्रैल: 0.56
- सात अप्रैल: 1.73
- आठ अप्रैल: 1.60
- नौ अप्रैल: 1.12
- दस अप्रैल: 1.24
- 11 अप्रैल: 1.93
- 12 अप्रैल: 1.60
- 13 अप्रैल: 1.89
- 14 अप्रैल: 1.75
जांच की स्थिति
- एक अप्रैल: 11234
- दो अप्रैल: 3595
- तीन अप्रैल: 1873
- चार अप्रैल: 26499
- पांच अप्रैल: 21263
- छह अप्रैल: 32663
- सात अप्रैल: 17710
- आठ अप्रैल: 17207
- नौ अप्रैल: 20353
- दस अप्रैल: 20451
- 11 अप्रैल: 19966
- 12 अप्रैल: 25406
- 13 अप्रैल: 31310
- 14 अप्रैल: 29954
दून में साल के सर्वाधिक 796 मामले
हरिद्वार से कहीं ज्यादा चिंताजनक स्थिति दून की है। राज्य में हर दिन सबसे ज्यादा मामले दून में ही आ रहे हैं। बुधवार को भी यहां 796 मामले आए। यह इस साल एक दिन में आए सर्वाधिक मामले हैं। जिले की संक्रमण दर में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। आठ अप्रैल को यहां संक्रमण दर 3.72 फीसद थी, जो बुधवार को 12.76 फीसद पर पहुंच गई। ताज्जुब इस बात का है कि बढ़ते संक्रमण के बावजूद यहां जांच का दायरा सीमित है। पिछले सात दिन की स्थिति पर गौर करें तो हर दिन औसतन छह हजार के करीब जांच की गई है। इसे जानकार नाकाफी बता रहे हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री टेस्ट, ट्रैक व ट्रीट पर जोर देते आए हैं। ऐसे में सिस्टम को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।
नैनीताल को लेकर भी बढ़ रही चिंता
कोरोना की दूसरी लहर के बीच नैनीताल जिला भी चिंता का सबब बन रहा है। यहां भी कोरोना का प्रसार लगातार तेज होता जा रहा है। पिछले चार दिन में यहां कोरोना के 658 मामले आए हैं यानी हर दिन 150 से ज्यादा लोग संक्रमित मिले। ताज्जुब की बात यह है कि सिस्टम की सुस्ती फिर भी नहीं टूट रही। नैनीताल में हर दिन औसतन एक हजार व्यक्तियों की जांच की जा रही है। जो हालिया स्थिति में नाकाफी है।