- हाईकोर्ट के आदेश को लेकर भी असमंजस, दोनों पक्ष अपने पक्ष में बता रहे, प्रिंसिपल समेत 60 लोगों पर एफआईआर
एफएनएन, नैनीतालः शेरवुड कॉलेज के स्वामित्व और प्रिंसिपल की नियुक्ति संबंधी विवाद हाईकोर्ट तक पहुंच चुका है। शनिवार को कालेज पर कब्जे को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए और पुलिस की मौजूदगी में कॉलेज गेट पर देर तक हंगामा करते रहे।
बताया गया कि शनिवार को नैनीताल के ही दूसरे प्रतिष्ठित विद्यालय सेंट जोसेफ्स कॉलेज के लंबे अरसे तक प्रिंसिपल रहे पीटर धीरज इमेन्युअल यूपी वेस्ट और उत्तराखंड के डायसिस अध्यक्ष डा. प्रेम पी. हाबिल और कुछ अन्य लोगों को लेकर कालेज पर कब्जा लेने तल्लीताल थाना प्रभारी विजय मेहता और भारी पुलिस बल के साथ शेरवुड कालेज पहुंचे लेकिन मेन गेट पर ताला लटका था। साथ ही नोटिस भी चस्पां था कि कोविड-19 के चलते आरटीपीसीआर जांच के बिना किसी को भी विद्यालय परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। लिहाजा सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें कालेज में घुसने से रोक दिया।
पीटर इमेन्युअल और आगरा डायसिस की ओर से आए अमित ने दावा किया कि आगरा डायसिस इस कालेज का प्रबंधन देखता है। डायसिस अध्यक्ष बिशप डॉ. प्रेम पी हाबिल ने अक्तूबर 2020 में इस कालेज के प्रिंसिपल अमनदीप संधू को निलंबित कर उनकी जगह पीटर इमेन्युअल को अंतरिम प्रधानाचार्य नियुक्त कर दिया है, लेकिन संधू उन्हें पदभार नहीं दे रहे हैं। इस पर उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।
उधर, शेरवुड कालेज के मौजूदा प्रिंसिपल अमनदीप संधू ने बताया कि आगरा डायसिस के अध्यक्ष बिशप डा. प्रेम पी हाबिल को बहुत पहले उनके पद से हटाया जा चुका है। लिहाजा वे विधिक रूप से प्रिंसिपल को हटाने या नियुक्त करने के लिए अधिकृत ही नहीं हैं।
इस मामले में हाईकोर्ट ने 9 दिसंबर को पुलिस प्रशासन को पीटर इमेन्युअल एवं उनके साथियों को पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराने के आदेश दिए थे। इसे लेकर भी मौके पर स्थिति अस्पष्ट बनी रही। पीटर इमेन्युअल और आगरा डायसिस के सलाहकार अमित का दावा था कि कोर्ट के आदेश में पुलिस सुरक्षा के साथ कॉलेज का कब्जा देने का आदेश भी स्वत: ही शामिल है।
दूसरी तरफ प्रिंसिपल अमनदीप संधू का कहना था कि आदेश में कहीं भी कॉलेज का कब्जा देने का उल्लेख नहीं है और कोर्ट के सुरक्षा दिए जाने के आदेश की आड़ में ये लोग नाजायज रूप से कॉलेज पर कब्जा लेने का षड्यंत्र कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीटर इमेन्युअल ने निजी हैसियत में कोर्ट में अपील की थी जिस पर उन्हें पुलिस प्रोटेक्शन का आदेश दिया गया, जबकि यहां इस आदेश की आड़ में 18 लोग विद्यालय में प्रवेश का अधिकार जताते हुए बलवा करने पर उतारू हैं।
इस बीच पुलिस की मौजूदगी में विद्यालय के गेट पर लगा ताला काटने का प्रयास किया गया, किंतु सफलता नहीं मिली। इस दौरान नगर पालिका की सभासद गजाला कमाल और विद्यालय के कर्मचारियों, परिजनों ने ताला काटने का विरोध किया। गजाला कमाल को महिला पुलिस ने गेट से हटाया। आगरा डायसिस के अधिकारी देर शाम तक लौट गए।
तल्लीताल थानाध्यक्ष विजय मेहता ने बताया कि इमेन्युअल की तहरीर पर प्रधानाचार्य अमनदीप संधू और कालेज के कर्मचारी अभिषेक त्रिपाठी, हिमांशु जोशी, विकास जोशी समेत 50-60 अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 341, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।