Friday, March 31, 2023
03
WhatsAppImage2023-01-05at124238PM
WhatsAppImage2023-01-25at25116PM
IMG-20230201-WA0138
previous arrow
next arrow
Shadow
spot_img
spot_img
Homeअंतरराष्ट्रीयनेपाल की करतूत : अब पाठ्य पुस्तकों में शामिल किया भारतीय क्षेत्रों...

नेपाल की करतूत : अब पाठ्य पुस्तकों में शामिल किया भारतीय क्षेत्रों वाला मानचित्र

एफएनएन, नई दिल्ली: सीमा विवाद को लेकर जारी गहमागहमी के बीच नेपाल के स्कूलों के पाठक्रम में नई पुस्तकें लाई गई हैं, जिनमें भारत के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण तीन क्षेत्रों को नेपाल का भाग प्रदर्शित करने वाले संशोधित राजनीतिक मानचित्र शामिल हैं। नेपाल के नये मानचित्र में भारत के लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा क्षेत्रों को नेपाल का हिस्सा बताया गया था। इस मानचित्र को नेपाल की संसद द्वारा सर्वसम्मति से स्वीकृति दिए जाने के बाद भारत ने इसे सीमाओं का कृत्रिम विस्तारीकरण कहा था। शिक्षा मंत्रालय के अधीन पाठक्रम विकास केंद्र ने हाल ही में संशोधित मानचित्र वाली पुस्तकें प्रकाशित की हैं। केंद्र में सूचना अधिकारी गणेश भट्टराई ने यह जानकारी दी। नेपाल के क्षेत्र और सीमाओं के मुद्दों पर पठन सामग्री शीर्षक वाली नई पुस्तकें नौवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए लिखी गई हैं और इनकी प्रस्तावना शिक्षामंत्री गिरिराज मणि पोखरेल ने लिखी है।

उत्तराखंड के  महत्वपूर्ण तीन क्षेत्रों पर किया गया था दावा 

भारत द्वारा नवंबर 2019 में नया मानचित्र जारी करने के छह महीने से अधिक समय के बाद नेपाल ने मई में देश का संशोधित राजनीतिक और प्रशासनिक मानचित्र जारी किया था जिसमें उत्तराखंड के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण तीन क्षेत्रों पर दावा किया गया था। नेपाल सरकार के मंत्रिमंडल द्वारा नए मानचित्र को स्वीकृति मिलने के बाद सरकार के तत्कालीन प्रवक्ता और वित्तमंत्री युवराज खातिवाड़ा ने मीडिया से कहा था कि सरकार ने संविधान की अनुसूची को अद्यतन करने और संशोधित मानचित्र को स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल करने का निर्णय लिया है। भारत ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उसने पहले ही इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments