एफएनएन, देहरादून : उत्तराखंड में अवैध खनन का मुद्दा फिर से जिंदा हो गया। इस बार सीएम पुष्कर सिंह धामी के ही जनसंपर्क अधिकारी का पत्र वायरल होने से सरकार विपक्ष के निशाने पर घिर गई। हालांकि सीएम ने सुबह ही जनसंपर्क अधिकारी को बर्खास्त कर दिया और मामले की जांच के निर्देश दिए। इसके बावजूद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व सीएम हरीश रावत विधानसभा के समक्ष धरना देने जा रहे थे। उन्हें पुलिस ने रोक दिया। वहीं, इस मामले में आम आदमी पार्टी ने भी सरकार पर हमले गिए। उधर, भाजपा ने भी कांग्रेस पर पलटवार किया।
सीएम धामी के जनसंपर्क अधिकारी नंदन सिंह बिष्ट की ओर से बागेश्वर के एसपी को भेजा गया पत्र इन दिनों वायरल हुआ। उन्होंने हाल ही में बागेश्वर के एसपी को पत्र लिखकर तीन वाहनों के चालान को निरस्त करने को कहा था। आठ दिसंबर के इस पत्र में लिखा गया है कि मुख्यमंत्री के मौखिक निर्देशानुसार 29 नवंबर को बागेश्वर यातायात पुलिस ने वाहन संख्या यूके02सीए, 0238, यूके02सीए, 1238 और यूके04सीए 5907 के चालन निरस्त करने का कष्ट करें। इस मामले में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अपने जनसंपर्क अधिकारी नंदन सिंह बिष्ट को बर्खास्त कर दिया। साथ ही सीएम ने जांच के आदेश भी दिए हैं।