कार्तिक पूर्णिमा 2020 : सख्ती- सोमवार तड़के हर की पौड़ी पर स्नान को पहुंचे गिने-चुने स्थानीय श्रद्धालु
एफएनएन, हरिद्वार। सोमवार तड़के तीर्थनगरी हरिद्वार के गंगा घाटों पर कार्तिक पूर्णिमा का पवित्र स्नान शुरू हो गया। प्रशासन की सख्ती के चलते बाहरी श्रद्धालुओं के वाहनों को बार्डर पर ही रोक दिया गया। लिहाजा तीर्थ नगरी के गंगा घाटों पर सीमित भीड़ दिखाई दी।
हरिद्वार में हरकी पैड़ी सहित अन्य गंगा घाटों पर स्थानीय लोग ही स्नान करते दिखे। ज्यादा भीड़ नहीं हुई। घाटों पर ऊंची बैरिकेडिंग बनाने के साथ ही भारी पुलिस फोर्स भी मु्स्तैद रही।
हरिद्वार बार्डर से ही लौटाए गए दो हजार वाहन
कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए कार्तिक पूर्णिमा पर हरकी पैड़ी समेत अन्य गंगा घाटों पर बाहरी श्रद्धालु स्नान नहीं कर पाए। रविवार को डीएम ने स्थानीय लोगों को शर्तों के साथ गंगा स्नान करने की अनुमति दी। हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा स्नान पर प्रतिबंध के चलते बाहरी प्रदेशों से पहुंचे दो हजार से अधिक वाहनों को पुलिस ने बॉर्डर से ही लौटा दिया।
संतों ने पवित्र स्नान पर रोक को बताया हिंदू आस्था पर प्रहार
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने कहा कि नेताओं ने अपने स्वार्थ के लिए बिहार में चुनाव कराए और आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों में भी चुनाव कराए जाएंगे। दलील दी कि जब चुनावी रैलियों एवं जनसभाओं से संक्रमण नहीं फैला है तो पर्व स्नानों पर क्यों रोक लगाई जा रही है? स्नानों पर प्रतिबंध लगाकर करोड़ों हिंदुओं की आस्था पर प्रहार दुर्भाग्यपूर्ण है।
कोरोना का खतरा टालने को रोकना पड़ा पवित्र स्नान
कोरोना का बढ़ता खतरा टालने के मकसद से इस बार हरिद्वार के सभी घाटों पर कार्तिक पूर्णिमा के स्नान पर रोक लगानी पड़ी है। सोमवार को हरकी पैड़ी समेत सभी प्रमुख गंगा घाटों पर पुलिस की तैनाती रहेगी। हरकी पैड़ी पर भी ऊंची बैरीकेडिंग कराई गई है। वाहनों की पार्किंग के प्रवेश द्वार बंद कर दिए गए हैं। हरिद्वार जिले की फोर्स के अलावा देहरादून से तीन कंपनी पीएसी, 20 उप निरीक्षकों और 70 कांस्टेबलों की तैनाती की गई है।
-सेंथिल अबूदई कृष्णराज एस, एसएसपी हरिद्वार