एफएनएन, नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए आगरा मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण कार्यों की शुरुआत की। आगरा के 15वीं वाहिनी पीएसी परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण कार्यों की वर्चुअल माध्यम से बटन दबाकर शुरुआत की। इस मौके पर श्री मोदी ने कहा कि गौरवपूर्ण प्राचीन इतिहास संजोए आगरा में अब इसमें आधुनिकता का भी मिश्रण हो रहा है। पीएम ने कहा कि आगरा यूपी में मेट्रो परियोजना वाला सातवां जिला बन गया है।
पीएम ने कहा कि ‘सपने बड़े हैं, देखने चाहिए, लेकिन बस सपने देखने से काम नहीं चलते। उन्हें साहस के साथ पूरा भी करना पड़ता है, भारत के छोटे शहर यही साहस दिखा रहे हैं। छोटे शहर खुद को विकास की धुरी बनाने के मिशन में जीजान से जुटे हैं। खासकर, पश्चिमी यूपी के इन शहरों में आत्मनिर्भर बनने के लिए सभी जरूरी चीजें हैं।’ पीएम ने मेरठ-दिल्ली रैपिड रेल सिस्टम, 14 लेन के एक्सप्रेसवे और यूपी में दर्जनों एयरपोर्ट्स को रीजनल कनेक्टिविटी के लिए तैयार किए जाने की योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि इस पूरे क्षेत्र की पहचान बदलने वाली है।
8 हजार करोड़ से चमकेगी आगरा मेट्रो परियोजना
बता दें कि कुल 8,379.62 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से बनने वाली आगरा मेट्रो रेल परियोजना के तहत कुल 29.4 किमी. लंबे दो कॉरिडोर का निर्माण प्रस्तावित है। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच लगभग 14 किमी. लंबा पहला कॉरिडोर बनेगा, जिसमें 13 मेट्रो स्टेशन होंगे। दूसरा कॉरिडोर आगरा कैण्ट से कालिन्दा विहार के बीच निर्मित होगा, जिसकी लंबाई 15.4 किमी. होगी और इसमें कुल 14 मेट्रो स्टेशन होंगे।
इस मेट्रो रेल परियोजना से आगरा की 26 लाख की आबादी को तो फायदा मिलेगा ही; साथ ही, हर साल आगरा आने वाले लगभग 60 लाख पर्यटक भी शहर में विश्वस्तरीय मेट्रो सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। आगरा मेट्रो रेल परियोजना के रूप में आगरा शहर को एक अत्याधुनिक और वैश्विक स्तर का मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (एमआरटीएस) उपलब्ध हो सकेगा। आगरा मेट्रो रेल के कॉरिडोर इस तरह निर्धारित किए गए हैं कि शहर के चार प्रमुख रेलवे स्टेशनों, बस डिपो, कॉलेजों, प्रमुख बाजारों और पर्यटन स्थलों को आपस में जोड़ा जा सके।