- जिला विकास प्राधिकरण को समाप्त किए जाने की मांग
एफएनएन, रुद्रपुर : जिला विकास प्राधिकरण के गठन को औचित्य हीन बताकर इसे समाप्त करने की मांग को लेकर अब भाजपा के नेता ही इसके विरोध में उतर आए हैं। विधायक राजकुमार ठुकराल के प्रवक्ता आशीष छाबड़ा इसके विरोध में आज कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए लेकिन अफसरों ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया। बाद में वह गांधी पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरने पर बैठ गए।
छाबड़ा ने कहा कि विषम भौगेलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखण्ड राज्य में जिला विकास प्राधिकरण का गठन औचित्यहीन है। प्राधिकरण का गठन करके सरकार ने एक तरह से भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का काम किया है, इससे सरकार की जीरो टाॅलरेंस की परिकल्पना सार्थक नहीं हो पा रही है। विधायक प्रवक्ता ने कहा कि खून पसीने की कमाई से आम आदमी को अपना छोटा सा घर बनाने में भी आज तमाम कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पहाड़ी जनपदों से प्राधिकरण हटाने की घोषणा करके एक बार फिर मैदान और पहाड़ के बीच खाई खोदने का काम किया है। जबकि सच्चाई यह है कि प्राधिकरण की आड़ में भ्रष्टाचार पहाड़ से ज्यादा मैदानी क्षेत्रों में पनप रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों की अपेक्षा निर्माण कार्य मैदानी क्षेत्रों में अधिक होते है इसीलिए प्राधिकरण के अधिकारी यहां जनता को दोनों हाथों से लूटने का काम कर रहे है। छाबड़ा ने कहा कि प्राधिकरण को पहाड़ और मैदान दोनों जगह से हटाया जाए।