एफएनएन, देहरादून : उत्तराखंड में कोरोना कर्फ्यू की अवधि कल मंगलवार 24 अगस्त की सुबह छह बजे समाप्त होने जा रही है। अब इसे फिर से बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। अब इसकी अवधि 31 अगस्त की सुबह छह बजे तक कर दी जाएगी। इस संबंध में उच्च स्तरीय बैठक में निर्णय के बाद एसओपी जारी होनी है। फिलहाल उत्तराखंड में कोरोना के नए केस घट रहे हैं। एक दिन पहले रविवार 22 अगस्त को सिर्फ 12 नए संक्रमित मिले थे। इसके बावजूद सरकार एहतियात के तौर पर सरकार कोविड कर्फ्यू को जारी रखने के पक्ष में है। हालांकि कोरोना कर्फ्यू सिर्फ नाम मात्र का है। सरकारी दफ्तर सौ फीसद कर्मचारियों की उपस्थिति में खुल रहे हैं। छठी से लेकर 12वीं तक के स्कूल खोल दिए गए हैं। सिनेमा हॉल व माल भी खुले हुए हैं। परिवहन में पूरी क्षमता के साथ सवारियां ढोई जा रही हैं। ऐसे में कोरोना कर्फ्यू सिर्फ कोविड प्रोटोकाल के अनुपालन के मद्देनजर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के लिए जारी रखा जा रहा है। साथ ही रात्रि में आवाजाही के साथ ही अन्य प्रदेशों से उत्तराखंड में प्रवेश के निर्धारित मानकों के अनुपालन को लेकर सख्ती पर जोर दिया जा रहा है। रात में आवाजाही का तर्क भी वैज्ञानिक नहीं है। रात को तो वैसे भी सड़कों पर वो ही निकलता है, जिसे अति आवश्यक काम होगा। फिर दिन में भीड़ मचा लो और रात को कर्फ्यू लगा दो, ऐसी बात भी जल्दी से हजम नहीं होती है। वर्तमान में अन्य प्रदेशों से उत्तराखंड आने वाले उन व्यक्तियों को कोराना जांच की निगेटिव रिपोर्ट से छूट दी गई है, जिन्होंने आने से 15 दिन पहले कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हैं। जिनके पास कोविड वैक्सीनेशन का प्रमाणपत्र नहीं होगा, उनके लिए कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की गई है। हालांकि एक दिन पहले रक्षाबंधन के दिन आशारोड़ी चौकी पर शायद ही किसी की चेकिंग की गई हो। क्योंकि सहारनपुर की तरफ से आने वाले लोगों का यही कहना था कि कहीं भी कोई चेकिंग नहीं हुई है।