एफएनएन, मीरगंज, बरेली। रेलवे इंजीनियरिंग सेक्शन के अड़ियल अफसर मीरगंज इलाके की लाइफलाइन मानी जानी वाली 376सी जौनेर रेलवे क्रासिंग को 13दिन से मनमाने ढंग से बंद किए बैठे हैं। जौनेर, ठिरिया ब्रह्मनान समेत मीरगंज इलाके के दर्जनों गांवों को बरेली.दिल्ली फोरलेन हाईवे से जोड़ने वाले इस प्रमुख संपर्क मार्ग पर स्थित 376सी जौनेर रेलवे क्रासिंग 13 दिन पहले 3 नवंबर को गरारी में खराबी की वजह से बंद कर दी गई थी। लेकिन 13 दिन का लंबा अरसा गुजरने के बाद भी रेलवे इंजीनियरिंग सेक्शन के संबंधित अधिकारी खराब फाटक की मामूली मरम्मत भी नहीं करवा पाए हैं। रेलवे क्रासिंग बंद होने से रोजाना 800 से ज्यादा छोटे-बड़े वाहनों को कई किमी का फेर काटकर आना-जाना पड़ रहा है। रेल प्रशासन की भयंकर लापरवाही से जुड़ी कई दिन से रेलवे फाटक बंद होने की इस प्रमुख जनसमस्या को दो दिन पहले जब एफएनएन ने जोरशोर से उठाया और रेल प्रशासन की बुरी तरह भद पिट गई तो उच्चाधिकारियों की कड़ी फटकार पर इंजीनियरिंग सेक्शन के संबंधित अफसरों ने नई गरारी समेत मरम्मत का तमाम सामान लाकर यहां डाल तो दिया है लेकिन लापरवाही का आलम यह है कि सोमवार को 13वें दिन भी रेलवे फाटक खुल नहीं पाया है। युवा व्यापारी एवं समाजसेवी मनोज यदुवंशी, हिंदू जागरण मंच के जिला महामंत्री अरविंद यदुवंशी, ठिरिया ब्रह्मनान प्रधान महेश पाल, ब्राह्मण महासभा के वरिष्ठ नेता कौशलेंद्र गौड़, जितेंद्र गौड़, किसान नेता चौधरी छत्रपाल सिंह आदि ने बंद रेलवे फाटक जल्द खुलवाने का उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक से पुरजोर आग्रह किया है और फौरन फाटक न खुलवाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।