एफएनएन, सितारगंज : धान खरीद को लेकर एसडीएम द्वारा बुलाई बैठक में राइस मिलरों व कच्चे आढ़तियों ने गत वर्ष के सितारगंज के व्यापारियों का करीब 30 करोड़ का बकाया भुगतान करने की मांग की। भुगतान मिलने पर ही राइस मिलर सरकार की ओर से मिलने वाले धान की कुटाई करेंगे। भुगतान न होने पर कच्चे आढ़ती धान खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन भी नहीं करायेंगे। एसडीएम तुषार सैनी द्वारा मण्डी समिति सभागार में धान खरीद को लेकर बुलायी गई बैठक में एसएमओ ओम नारायण मिश्रा ने धान खरीद नीति के बारे में जानकारी दी। एसडीएम ने बताया कि एक अक्टूबर से धान खरीद केंद्र शुरू होने हैं। इसके लिए अभी से सारे इंतजाम किये जाने हैं। राजस्व विभाग किसानों की सूची देगा। बैठक में मौजूद राइस मिलर व कच्चे आढ़तियों ने बताया कि सरकार पर प्रदेश के व्यापारियों का गत वर्ष का करीब 400 करोड़ बकाया है, इसमें सितारगंज के व्यापारियों का भी करीब 30 करोड़ का बकाया है। व्यापारी इस स्थिति में नहीं है कि धान खरीद कर सके। उन्होंने कहा कि सरकार पहले उनका भुगतान करे, अन्यथा धान खरीद के लिए कच्चे आढ़ती रजिस्ट्रेशन नहीं करेंगे। तथा राइस मिलर धान कुटाई भी नहीं करेंगे। एसडीएम तुषार सैनी ने आश्वस्त किया कि उच्चाधिकारियों को अवगत कराकर समाधान कराया जायेगा। यहां राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल, शिव कुमार मित्तल, सुरेश सिंघल, यादराम गुप्ता, गोपाल जोशी, विनोद कुमार मौजूद रहे।