- आंसुओं के रेले और सैन्य सम्मान के साथ दी गई भावभरी अंतिम विदाई, शहर में उमड़ा जनज्वार
एफएनएन, ऋषिकेश। बारामूला में पाकिस्तान के कायर फौजियों से मोर्चा लेते हुए शहीद हुए बीएसएफ की तोपखाना यूनिट में तैनात सब इंस्पेक्टर राकेश डोभाल का पार्थिव शरीर ऋषिकेश पहुंचा तो जांबाज शहीद की एक झलक पाने के लिए मानों पूरा शहर ही उमड़ पड़ा। जहां तक निगाह जाती, सिर ही सिर दिखाई पड़ रहे थे। शहीद सैनिक को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
बारामूला में अग्रिम मोर्चे पर तैनात बीएसएफ कस जांबाज सब इंस्पेक्टर राकेश डोभाल दो दिन पहले पाकिस्तान के कायर फौजियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। उनका पार्थिव शरीर सोमवार को ऋषिकेश में गणेश विहार स्थित आवास पर पहुंचा। शहीद जवान की एक झलक पाने के लिए ऋषिकेश के सभी मुख्य मार्गों पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। हर कोई शहीद राकेश डोभाल को डबडबाई आंखों से श्रद्धांजलि दे रहा था। लगा, जैसे पूरा शहर ही शहीद की शान में रो पड़ा हो। भारत माता की जय, शहीद तेरा यह बलिदान याद करेगा हिंदुस्तान, राकेश डोभाल अमर रहें… जैसे जयकारे तीर्थनगरी के आसमान में घंटों गूंजते रहे। रास्ते भर लोगों ने पाकिस्तान की इस कायराना हरकत पर आक्रोश जताया और पाकिस्तान मूर्दाबाद के नारे लगाए। वहीं, विभिन्न संगठनों ने शहीद को नमन करते हुए पुष्पवर्षा की।
शहीद राकेश डोभाल की अंतिम यात्रा देखकर ऐसा लग रहा था मानों, ताबूत में रखा शहीद का शव लोगों से ‘अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों’ गीत गा रहा हो। इससे पूर्व सुबह से ही शहीद के घर पर रिश्तेदार, करीबी पहुंचने लगे थे। पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही चीख-पुकार मच गई। शहीद बेटे का पार्थिव शरीर देखकर मां विमला देवी, पत्नी संतोषी बेसुध हो गए। पूर्णानंद घाट पर बीएसएफ के जवानों ने शहीद राकेश डोभाल को सैन्य सम्मान व शस्त्र सलामी दी। बीएसएफ की ओर से यहां पहुंचे कमान अधिकारी सुनील सोलंकी व निरीक्षक सुनील भट्ट ने राष्ट्रीय ध्वज शहीद के बड़े भाई दिनेश डोभाल को सौंपा। छोटे भाई मयंक डोभाल ने चिता को मुखाग्नि दी। मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने शहीद राकेश डोभाल को श्रद्धांजलि अर्पित की।
स्पीकर ने की शहीद स्मारक व स्मृति द्वार बनाने की घोषणा
शहीद राकेश डोभाल के पार्थिव शरीर को पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) प्रेमचंद्र अग्रवाल ने जांबाज जवान की स्मृति में स्मृति द्वार और भूमि उपलब्ध होने पर स्मारक का निर्माण करने की घोषणा की है। विधानसभा अध्यक्ष श्री अग्रवाल ने मोदी सरकार से पाकिस्तान को उसकी इस कायराना हरकत के लिए कड़ा जवाब जरूर देने का आग्रह भी किया है।