एफएनएन, देहरादून : उत्तराखंड में कोरोना कर्फ्यू बढ़ाया जा सकता है। सरकार इस पर विचार कर रही है। कोरोना का संक्रमण कम होता है तो इसमें कुछ ढील जरूर दी जा सकती है। उत्तराखंड में 25 मई की सुबह तक कोरोना कर्फ्यू है। इसके तहत अधिकांश कार्यालय, शिक्षण संस्थाएं, परिवहन आदि सब कुछ बंद हैं। आवश्यक वस्तु जैसे फल, सब्जी, दूध आदि की दुकानों को सुबह सात बजे से 10 बजे तक छूट है। वहीं, परचून की दुकान भी बंद हैं। इसे सप्ताह में सिर्फ एक दिन ही खोला जा रहा है। अब सरकार इसकी अवधि बढ़ाने पर विचार कर रही है। कोरोना का संक्रमण कम होता है तो इसमें कुछ ढील जरूर दी जा सकती है।
कोरोना कर्फ्यू की अवधि समाप्त होने से एक दिन पहले 24 मई को प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमण और कोविड कर्फ्यू के प्रभावों का आकलन करेगी और उसके बाद आगे की रणनीति पर निर्णय लेगी। शासकीय प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आ रही है। उन्होंने संकेत दिए कि 24 मई तक मामलों में लगातार कमी आई तो सरकार कोविड कर्फ्यू में कुछ ढील देने पर विचार कर सकती है। मामलों में बढ़ोतरी होगी तो सरकार कर्फ्यू के तहत पाबंदियों को जारी रखेगी और इसे सख्त करेगी।
सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने अगले 14 दिन के लिए खाका तैयार कर लिया है। इसके तहत कोरोना के मामले कम होने पर बाजारों को एक दिन छोड़कर खोलने की अनुमति दी जा सकती है। साथ ही 10 जून तक सरकार शाम को बाजार खोलने के पक्ष में नहीं है। सरकार का मानना है कि शाम के समय बाजारों में ज्यादा भीड़ होती है। इससे संक्रमण फैलने का खतरा है। प्रदेश में कोविड कर्फ्यू लागू होने के बाद मैदानी जिलों में कोरोना संक्रमण की दर में कुछ कमी आई है। 12 मई से 18 मई के बीच देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में पॉजिटिविटी दर 20 फीसदी से कम रही। केवल नैनीताल जिले में 20 फीसदी से अधिक है। शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि प्रदेश में वर्कशाप खोलने पर कोई रोक नहीं है, लेकिन वर्कशाप में कोविड गाइडलाइन का पूरा पालन करना होगा।
उत्तराखंड में घट रही नए संक्रमितों की संख्या
उत्तराखंड में गुरुवार 20 मई को राहत की बात ये है कि 24 घंटे में नए संक्रमितों का आंकड़ा कम हुआ। 3658 नए संक्रमित मिले और 80 लोगों की मौत हुई। इसके साथ ही 8006 लोग स्वस्थ हुए। वर्तमान में एक्टिव केस घटकर 68643 हो गए हैं। यही नहीं, टीकाकरण भी कम हो रहा है। पहले सामान्य दिनों के हिसाब से टीकाकरण आधा रह गया है। कंटेनमेंट जोन भी 561 से घटकर 558 हो गए हैं। अब सवाल ये है कि बढ़ा क्या। बढ़ी स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या, परचून की दुकान खुलने का समय। ये दुकानें 21 मई को सुबह सात बजे से दस बजे तक खुलनी थी। अब दोपहर 12 बजे तक खुलेंगी। एक सप्ताह के कर्फ्यू के बीच एक दिन के लिए परचून की दुकानें खुल रही हैं।
सर्वाधिक संक्रमित देहरादून में मिले
उत्तराखंड में अब कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 303940 हो गई है। इनमें से 224535 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। अब तक 5484 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। मौत के मामले में भी कई पुरानी मौत दर्ज हो रही हैं। अस्पातल कई कई दिनों बाद सूचना दे रहे हैं। गुरुवार को सर्वाधिक संक्रमित देहरादून में मिले। देहरादून में 566, हरिद्वार में 548, उधमसिंह नगर में 503, नैनीताल में 414, टिहरी में 315, बागेश्वर में 278, चमोली में 205, पिथौरागढ़ में 189, अल्मोड़ा में 182, पौड़ी में 151, रुद्रप्रयाग में 143, चंपावत में 93, उत्तरकाशी में 71 नए संक्रमित मिले।
टीकाकरण हुआ कम
अब तक उत्तराखंड में नए संक्रमितों के मामले में तीन बार आठ हजार का आंकड़ा एक दिन में पार हो चुका है। वहीं, पहली बार नौ हजार का आंकड़ा शुक्रवार सात मई को पार हुआ था। यदि टीकाकरण की बात की जाए तो गुरुवार 20 मई को 295 केंद्रों में 15959 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए। ये संख्या सामान्य दिनों की अपेक्षा आधी है। साथ ही कंटेनमेंट जोन 558 हो गए हैं। यहां एक तरीके से पूर्ण लॉकडाउन है।
पिछले सात दिन के आंकड़े
उत्तराखंड में बुधवार 4492 नए संक्रमित मिले थे, 7333 लोग स्वस्थ हुए थे और 110 लोगों की कोरोना संक्रमण के चलते जान चली गई थी। मंगलवार 18 को 4785, सोमवार 17 मई 3719 नए संक्रमित, रविवार 16 मई को 4496, शनिवार को 15 मई को 5654, शुक्रवार 14 मई को 5775, गुरुवार 13 मई को प्रदेश में 7127 नए संक्रमित मिले थे। वहीं, सात मई को सर्वाधिक 9642 नए कोरोना संक्रमित मिले थे। शनिवार 15 मई को सर्वाधिक 197 मौत दर्ज की गई थी।
558 स्थानों पर लॉकडाउन
उत्तराखंड में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच 558 स्थानों पर कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। यहां लॉकडाउन की स्थिति है। ऐसे स्थानों में सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक गतिविधियां प्रतिबंधित हैं। वहीं, लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। एक परिवार के एक सदस्य को आवश्यक वस्तु के लिए मोबाइल वेन तक जाने की अनुमति है। इन क्षेत्र में देहरादून में 119, हरिद्वार में 48, नैनीताल में 55, पौड़ी में 21, उत्तरकाशी में 93, उधमसिंह नगर में 55, चंपावत में 38, चमोली में 16, टिहरी में 57, रुद्रप्रयाग में 24, पिथौरागढ़ में 9, अल्मोड़ा में 21, बागेश्वर में 2 कंटेनमेंट जोन हैं।