- हरियाणा, राजस्थान में नौ हत्याओं के मामले में थे नामजद, पीछे पड़ी थी दोनों राज्यों की एसटीएफ
एफएनएन, रुद्रपुर/सितारगंज (ऊधमसिंह नगर)। सितारगंज में वाहन चेकिंग के दौरान संदिग्ध कार को पकड़कर थाने ले जाते वक्त सिपाही पर कातिलाना हमला कर उसे चलती कार से फेंकने की कोशिश करने वाले हरियाणा, राजस्थान में अलग-अलग नौ हत्याओं को अंजाम देने वाले खूंखार कातिल निकले। दिलेर सिपाही ने बदमाशों से मुचैटा लेते हुए एक को कार समेत थाने में पहुंचाया। पकड़े गये बदमाश से कड़ी पूछताछ के बाद ताबड़तोड़ दबिशें देकर पुलिस बाकी दोनों बदमाशों तक पहुंची और पूछताछ में इस सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ। दोनों राज्यों की एसटीएफ को इन खूंखार हत्यारोपियों की तलाश थी। पुलिस से बचने के लिए तीनों बदमाश उत्तराखंड में शरण लेने पहुंचे थे।
मंगलवार को सितारगंज कोतवाल सलाउद्दीन खान के निर्देश पर एसएसआई सुधाकर जोशी के नेतृत्व में वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस ने नगर के मुख्य चौराहे के नजदीक संदिग्ध कार यूपी 25 एए 0552 को रोक लिया। वाहन में दो लोग सवार थे। पुलिस के रोकने पर दोनों कार सवार पुलिसकर्मियों से हाथापाई करने लगे। वाहन सवार एक आरोपी ने तमंचा तान दिया। पुलिसकर्मियों से गुत्थमगुत्था के दौरान बदमाशों ने एक सिपाही पर जानलेवा हमला करते हुए उसे चलती कार से बाहर फेंकने की कोशिश भी की। हालांकि दिलेर सिपाही ड्राइवर मोनू उर्फ सुक्का पुत्र लख्मी निवासी ग्राम निदाना थाना मोहन जिला रोहतक को कार समेत पकड़कर थाने ले आया। दूसरा बदमाश कार से निकलकर भाग गया। उसके कब्जे से तमंचा, कारतूस बरामद हुए। मोनू ने बताया कि फरार आरोपी यशपाल निवासी मऊ लोखरी जिला गुड़गांव है। उनके दो अन्य साथी भी हैं, जो नगर की बाइपास कॉलोनी में छिपे हुए हैं। पुलिस टीम ने दबिश देकर दो अन्य आरोपियों को कमरे से पकड़ लिया। पकड़े गए बदमाशों पवन नेहरा पुत्र दयाराम निवासी ग्राम बुडका, थाना बिलासपुर जिला गुरुग्राम और आशीष पुत्र जयदीप निवासी खुन्गई थाना झज्जर हरियाणा को पुलिस टीम कोतवाली ले आई। आरोपियों ने सख्ती से पूछताछ में कबूला कि उन्होंने ही हरियाणा, राजस्थान में 9 लोगों की हत्याएं की हैं।
हरियाणा के टाप टेन बदमाश हैं तीनों
पुलिस ने राजस्थान, हरियाणा पुलिस से संपर्क साधकर इन बदमाशों का आपराधिक इतिहास खंगाला। तीनों बदमाश हरियाणा के टॉप टेन की सूची में हैं। इनके खिलाफ विभिन्न थानों में हत्या, जानलेवा हमले के मुकदमे भी दर्ज हैं। साथ ही एक लाख, 50 हजार और 25 हजार रुपये के इनाम भी हैं। हरियाणा पुलिस ने भी सितारगंज पहुंचकर बदमाशों से पूछताछ की है। एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने विभिन्न थानों की पुलिस, पीएसी के सुरक्षा घेरे में गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश करवाया।
बदमाशों को कार और मकान देने वालों पर भी एक्शन
सितारगंज। गिरफ्तार तीनों बदमाशों को रुद्रपुर निवासी मनप्रीत सिंह ने कार उपलब्ध कराई थी। मनप्रीत बदमाशों को शहर निवासी जसकरण पुत्र सुखविंदर सिंह के मकान में लेकर गया था। मनप्रीत ने आरोपियों का आपराधिक इतिहास छुपाकर उन्हें शरण दी। पुलिस ने मनप्रीत के खिलाफ धारा 212 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। जबकि मकान मालिक जसकरण के खिलाफ सत्यापन नहीं कराने के मामले में 10 हजार का चालान काटा है।
पुलिस से हाथापाई का मुकदमा दर्ज
सितारगंज। गिरफ्तार बदमाशों ने स्थानीय पुलिसकर्मियों से हाथापाई की थी। पुलिस ने आरोपी पवन, आशीष, मोनू के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने और तमंचा, कारतूस रखने का मुकदमा दर्ज किया है।