- मरीजों को अपनी ओर खींचने के लिए दिया जाता है प्रलोभन, फिर की जाती है ठगी
एफएनएन, रुद्रपुर : शहर के कुछ कथित अस्पताल निशुल्क जांच के नाम पर मरीजों को ठगने का काम कर रहे हैं। निशुल्क कैंप का हवाला देकर यह मरीजों को अपने पास तक बुलाते हैं और उसके बाद उन्हें ऐसा फंसाते हैं कि वह बाहर नहीं निकल पाते। आयुष्मान कार्ड से निशुल्क ऑपरेशन का भी यह प्रलोभन देने से नहीं चूकते। जबकि इसके पीछे की सच्चाई कुछ और ही है।
रुद्रपुर के कुछ अस्पतालों का कारोबार सिर्फ नि:शुल्क जांच शिविर कैंप के नाम पर चल रहा है। बड़े-बड़े विज्ञापन और प्रचार कर यह अपने अस्पताल में नि:शुल्क जांच का रोगियों को प्रलोभन देते हैं। इसके पीछे उनकी मंशा अधिक से अधिक रोगियों की खुद तक पहुंच बनाने की होती है, ताकि उन्हें बाद में ठगा जा सके। ऐसे कई रोगी Front News Network के संपर्क में भी आए, जो निशुल्क जांच के नाम पर अस्पताल पहुंचे तो सच्चाई कुछ और ही निकली। उन्हें महंगी महंगी जांचें लिख दी गईं।
शहर की डॉक्टर कॉलोनी में खुला एक आंखों का अस्पताल भी इसी तरह कार्य कर रहा है। इसके द्वारा वितरित की जा रही प्रचार सामग्री में साफ उल्लेख है कि आयुष्मान कार्ड से मोतियाबिंद के निशुल्क ऑपरेशन कराएं। यह भी कहा गया है कि केवल मोतियाबिंद आंखों की सर्जरी के मरीजों के लिए आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे, जिसके लिए आधार कार्ड व राशन कार्ड साथ लाएं।
बड़ा सवाल यह है कि आखिर यह अस्पताल मरीजों के साथ धोखा क्यों कर रहे हैं ? क्यों गरीब मरीजों के साथ मजाक किया जा रहा है ? बड़ा सवाल यह भी है कि आखिर स्वास्थ्य विभाग ऐसे अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करता! क्यों उनको इस तरह के शिविर लगाकर मरीजों को ठगने का मौका दिया जाता है। और खास बात यह भी है कि यह निशुल्क जांच शिविर अस्पताल अपनी ओर से नहीं बल्कि दवा कंपनियों की मार्फत लगवाते हैं। क्रमश: