- कांग्रेस जिला महासचिव सुशील गावा ने प्रीतम सिंह को लिखा पत्र
एफएनएन, रुद्रपुर : कांग्रेस के जिला महासचिव सुशील गाबा नें युवा कांग्रेस में निर्वाचित बनाम मनोनीत के विवाद को नुकसानदायक करार देते हुए इस विवाद को थामनेे के लिये प्रदेश नेतृत्व को एक पत्र लिखा है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रीतम सिंह को लिखे पत्र में कांग्रेस जिला महासचिव सुशील गाबा ने कहा है कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी तेजतर्रार युवाओं में पकड़ रखने वाले युवा नेताओं कोे संगठन में स्थान देने के लिए एवं युवा कांग्रेस में पूर्ण लोकतंत्र की स्थापना करने के लिए संगठनात्मक चुनावों की सुढृढ परंपरा को अमल में लाए थे। इसके अंर्तगत प्रत्येक बूथ से डेलीगेट बनाने से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक एक बहुत ही मजबूत ढांचा बनाते हुए युवा कांग्रेस से जुड़े एक-एक युवा को मतदान का अधिकार दिया गया। चुनावी प्रक्रिया में निर्वाचित पदाधिकारियों कोे क्रमश: पद सौपें गए। इन चुनावो में निर्वाचित पदाधिकारी अपने से जूनियर स्तर पर नियुक्ति करने के भी अधिकारी थे, लेकिन उत्तराखंड में किन्हीं कारणवश निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष विक्रम रावत को हटाये जाने के बाद द्वितीय स्थान पर रहे पदाधिकारी को नहीं, तीसरे स्थान पर रहे शख्स को युवा कांग्रेस का जिम्मा सौंप दिया गया। इससे उधम सिंह नगर में युवा कांग्रेस में अंदरूनी राजनीति पैदा हो गयी। गाबा ने कहा कि इस चुनावी साल में निर्वाचित पदाधिकारियों को और अधिक अधिकार संपन्न करने की जरूरत थी, लेकिन निर्वाचित जिलाध्यक्ष अभिषेक शुक्ला अंशु एवं निर्वाचित विधानसभा अध्यक्षोें को अपने से जूनियर पदों पर युवाओं की नियुक्ति करनें से रोका गया। इससे पहले सेे ही नौ में से आठ विधानसभा सीटों, मेयर, नगरपालिका अध्यक्षों सहित ब्लाक प्रमुखी के चुनावो में हार चुकी कांग्रेस के संगठन में युवाओं को जोड़नें की मुहिम को इससे तगड़ा झटका लगा है। इस पूरे प्रकरण से बचा जा सकता था। अब अधिकारों की इस लड़ाई से युवा कांग्रेस के अंदरूनी संगठन में मतभेद के साथ ही मनभेद भी पनप रहें है। हमें आज भाजपा जैसी बड़ी राजनैतिक पार्टी से चुनावी मुकाबला करना है। आम जनता भी कांग्रेस की तरफ आशा भरी निगाहों से देख रही है। सामाजिक विघटन , आर्थिक कंगाली , सोच में हिंसक उग्रता , निराशा के बीज और धुप्प अंधेरे में घूमता अपराध , कोरोना महामारी से निपटने, रोजगार के बन्द हो चुके मुहाने पर खड़े नौजवान के पास कांग्रेस के रूप में एक आशा की किरण है। इसलिये हमें आज आगे आकर कंाग्रेसी युवाओं के आपसी मतभेदों को दूर करना होगा, इससे पहले कि यह मतभेद मनभेद बन जाएं और आम जनता की उम्मीदों पर कुठाराघात हो जाए।