- यूपी बोर्ड के सचिव ने प्रदेश भर के डीआईओएस से मांगा था फीडबैक, शासन को भेजी गई रिपोर्ट
एफएनएन, प्रयागराज। वैश्विक महामारी कोरोना के बोर्ड के तेजी से बढ़ते फैलाव के मद्देनजर बड़े खतरे को भांपते हुए प्रदेश भर के पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने छठी से आठवीं क्लास तक के सभी स्कूलों को 15 दिसंबर से खोले जाने की संभावना से साफ इन्कार कर दिया है।
यूपी के पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने अपने-अपने जिलों में जिला विद्यालय निरीक्षकों को रिपोर्ट भेजी हैं। इनमें उन्होंने कहा है कि कक्षा 9 से 12वीं तक के कालेज फिलहाल खुल रहे हैं। लेकिन उनमें भी उपस्थित होने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या काफी कम है। वहीं, अभी तक परिषदीय विद्यालय भी नहीं खुल सके हैं। प्रधानाचार्यों ने कहा है कि कोरोना के मामले दोबारा बढ़ने लगे हैं। ऐसे में 15 दिसंबर से जूनियर हाईस्कूल न खोले जाएं।
स्कूल खोलने के संबंध में यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने 24 नवंबर को सभी डीआईओएस को पत्र जारी कर फीडबैक मांगा था। उन्होंने प्रदेश के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र भेजकर अपेक्षा की थी कि कक्षा छह से आठ तक के विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों से बात कर विद्यालय खोलने या न खोलने को लेकर उनकी राय ली जाए। उसी क्रम में जिला विद्यालय निरीक्षक की तरफ से सभी स्कूलों से फोन पर संपर्क किया गया।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अधिकांश कॉलेजों के प्रधानाचार्यों ने स्कूल न खोलने की डीआईओएस को रिपोर्ट सौंपी। डीआईओएस ने यह रिपोर्ट बोर्ड सचिव को भेज दी। बोर्ड सचिव ने इस रिपोर्ट को शासन के पास भेज दिया है। ऐसे में अभी स्कूल खुलना संभव नहीं है।
डीआईओएस प्रयागराज ने बताया कि अनलॉक-5 की गाइडलाइन में कक्षा नौ से 12वीं तक के स्कूल खोलने के निर्देश दिए गए। सभी विद्यालय खोल भी दिए गए हैं। उनमें भौतिक रूप से अध्यापन कार्य किया जा रहा है। अब कक्षा छह से आठ तक के विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों से संपर्क कर उनकी राय ली गई लेकिन 70 प्रतिशत प्रधानाध्यापकों की राय है कि 15 दिसंबर से स्कूल न खोले जाएं। इसकी जानकारी माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव को भेज दी गई है।