एफएनएन, रुद्रपुर : प्रतिबंधित पशुओं का वध कर शहर का माहौल खराब करने वाला एक शातिर गुपचुप तरीके से एक अन्य मामले में रामपुर कोर्ट में हाजिर हो गया जबकि उसके तीन साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कई नाम और सामने आ रहे हैं, वहीं इस घटना के पीछे के कारणों से पर्दा नहीं उठ सका है। आखिर किस राजनीतिक दल को फायदा पहुंचाने के लिए गिरोह ने घटना को अंजाम दिया ? इसका खुलासा फिलहाल नहीं हुआ है। आपको बता दें कि 9 जनवरी की रात रुद्रपुर में श्याम चौकी टॉकीज रोड पर गगन ज्योति बारात घर के सामने खाली प्लाट में कुछ लोगों ने प्रतिबंधित पशुओं का वध कर दिया था और उनके शव को वहीं छोड़ गए थे। इस घटना को लेकर हिंदू संगठनों ने विरोध जताया था, साथ ही पुलिस को जल्द घटना का खुलासा करने की चेतावनी भी दी थी। इस मामले में एलआईयू की भूमिका सराहनीय रही। सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस अभियुक्तों तक पहुंच गई। फुटेज में दिख रही उनकी कार दो दिन पहले ही बरामद कर ली गई थी, जबकि तीन अभियुक्तों अयूब, अफसर अली औऱ शौकत अली को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक उन पर पूर्व में भी गोकशी के मुकदमे दर्ज हैं, वही एक अभियुक्त पुलिस के डर से एक अन्य मामले में रामपुर कोर्ट में हाजिर हो गया। उसका नाम दानिश बताया है और वह बिलासपुर का रहने वाला है। वहीं अन्य लोगों के नाम भी प्रकाश में आए हैं जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस कोशिशें कर रही है। हालांकि चुनाव आचार संहिता लगने के बाद भी इस घटना को लेकर वह राजनीतिक चेहरे सामने नहीं आए हैं जिसकी इस घटना में संलिप्तता रही है। पकड़े गए लोगों के बारे में सिर्फ इतना बताया जा रहा है कि वह गौ मांस बेचने का काम करते हैं और इसी नियत से उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया। एसएसपी दलीप सिंह कुँवर ने इस मामले में पत्रकार वार्ता में बताया कि इन लोगों का उद्देश्य गोकशी करने का ही था। उनका कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। एसएसपी ने यह भी कहा कि चौकी इंचार्ज के गश्त से लौटते समय यह अभियुक्त डर कर भाग गए थे। उनकी गाड़ी का नंबर यूपी 25 चौकी इंचार्ज देख लिया था, जिसके आधार पर ही इस मामले का खुलासा हुआ। एसएसपी ने कहा कि आगे इस तरीके की घटनाएं न हो, इसके लिए पुलिस ने रणनीति तैयार की है और ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।