एफएनएन, नैनीताल : आम आदमी पार्टी नैनीताल नगर इकाई ने नैनीताल से हाई कोर्ट को हल्द्वानी शिफ्ट करने की प्रदेश कैबिनेट फैसले की कड़ी शब्दों में निदां की है। आप नेता राज्य आंदोलनकारी शाकिर अली, प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुमार दुम्का, हरीश बिष्ट समेत आदि नेताओं ने धामी मंत्री मंडल द्वारा लिये गए इस निर्णय को उतराखण्ड राज्य की मूल अवधारणा के विपरीत बताया। आप नेताओं ने कहा कि शहर विधायक सरिता आर्य (Nainital MLA Sarita Arya)को अब तैतिकता के आधार पर स्तीफा दे देना चाहिए।
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कहा कि सत्ता में बैठे इन नेताओं को उतराखण्ड राज्य की मूल अवधारणा से कोई मतलब नहीं है, अगर हाई कोर्ट को नैनीताल से शिफ्ट करना ही था, तो उतराखण्ड के केंद्र बिन्दु पेशावर कांड के नायक वीर चद्रं सिहं गढ़वाली के नाथ से स्थापित चंद्रनगर गैरसैंण में करना था, इससे उतराखण्ड राज्य की मूल अवधारणा भी साकार होती। उतराखण्ड राज्य गठन से ही, राज्य में राज कर रही भाजपा और कांग्रेस को उतराखण्ड के हितों से कोई लेना देना नहीं है, ये दल सिर्फ अपने हितों को देखकर ही निर्णय लेते हैं।
आम आदमी पार्टी ने, नैनीताल नगर के भाजपा नेताओं और विधायक के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि एक और भाजपा से जुड़े ये नेता विरोध करने की नौटंकी कर रहे थे, वही इनके आका उतराखंड विरोधी निर्णय लेने में लगे थे, पार्टी नेताओं ने स्थानीय विधायक से नैतिकता के आधार पर त्याग पत्र देने की मांग करी है, क्योंकि उनके द्वारा नैनीताल नगर का पक्ष उचित तरीके से नहीं रखा गया है।
- शिफ्टिंग पर विधायक ने क्या कहा
हाई कोर्ट शिफ्टिंग का मुद्दा गरमाता जा रहा है। इसे लेकर प्रदेश की कई बार एसोसिएशन में दो फाड़ नजर आने लगा है। वहीं अब नैनीताल विधायक सरिता आर्य (Nainital MLA Sarita Arya) ने भी इस बयान जारी किया है। उन्होंने हाई कोर्ट शिफ्ट करने को अव्यावहारिक और गलत बताया है। साथ ही कहा है कि अगर शिफ्टिंग बहुत जरूरी हो तो इसे पटवाडांगर में बनाया जाए।