एफएनएन, लखीमपुर खीरी(उत्तर प्रदेश) : पिछले 24 घंटे से रुक-रुक कर हो रही बारिश से लखीमपुर, पलिया की सड़कों पर पानी भर गया है। दूसरी तरफ शारदा नदी में पानी बढ़ चुका है, तहसील गोला और पलिया के कई गांवों में लोगों को एक बार फिर से बाढ़ के पानी में घर-बार डूबने का खतरा बन गया है।
पिछले कई दिनों से बारिश न होने से लोग गर्मी की वजह से बेहाल हो गए थे, खेतों में किसानों की धान की फसल में पानी की दरकार थी। लेकिन रविवार को शुरु हुई बारिश ने एक तरफ राहत दी, तो दूसरी तरफ 24 घंटे में ही आफत ला दी। लखीमपुर शहर का हाल बहुत खराब है। महज चंद घंटो की बारिश ने नगर पालिका की पोल खोल दी, हालांकि जिम्मेदार अपनी कमी होने से इंकार कर रहे हैँ फिर भी सड़कों से गुजरने वाले लोग इसे पालिका का नाकामी बताते हैं।
अस्प्ताल में स्ट्रेचर पर मरीज और साथ
रविवार की बारिश ने महज चंद घंटो में ही आधे शहर को तालाब में बदल दिया था, नगर पालिका इस दौरान पंप लगाकर पानी निकालने के प्रयास में रही। सोमवार को दिन में जब एक बार बारिश थमी तो लोग जिंदगी की रोजमर्रा जरूरत का सामान लेने निकले, ऐसे में शहर की सड़कों पर पानी भरा होने से काफी दिक्कत हुई। जिला अस्पताल के पुराने सीएमओ कार्यालय से इमर्जेंसी वार्ड तक जाने के लिए लोग अपने मरीजों को स्ट्रेचर पर पानी में ही ले जाते दिखे।
शारदा के किनारे बसे गांव में पानी बढ़ने से सतर्कता बढी
सोमवार को शारदा नदी में पानी बढ़ने लगा, इससे पहले गोला एसडीएम अखिलेश यादव ने शारदा नदी किनारे की ग्राम पंचायतों में लेखपालों की ड्यूटी लगाकर गांव वालों को सतर्क रहने को कहा था । दरअसल अभी एक पखवारा पूर्व बनबसा बैराज से पानी छोड़े जाने से गोला तहसील का करसौर, बेलहा सिकिटिहा समेत कई गांव में पानी घुस गया था, लोगों को अपने घरों से निकलकर ऊंचे स्थान पर शरण लेनी पड़ी थी। इस बार शारदा नदी में पानी बढ़ गया है,लेकिन अभी गांव तक नही आया है।
स्टेट हाईवे पर गांवों में जलभराव
लखीमपुर से दुधवा जाने वाले एसएच90 पर गुलरिया गांव में पूरी रोड पर पानी भरा है। हाईवे पर निकलने वाले वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने का खतरा बना है। लोगों के घरों के सामने पानी भरा हुआ है, पानी निकासी के लिए बना नाला कारगर साबित नही हुआ।