एफएनएन, देहरादून : कोराना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अन्य राज्यों से उत्तराखंड आने वालों के लिए राज्य सरकार ने पंजीकरण अनिवार्य किया है, लेकिन इसके बाद भी कई लोग पंजीकरण कराए बिना यहां पहुंच रहे हैं। शनिवार को स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर बिना पंजीकरण कराए अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों को पुलिस ने लौटा दिया। साथ ही कई यात्रियों के तुरंत पंजीकरण कराए। यहां कोरोना जांच कराने के बाद उन्हें प्रवेश दिया गया।
दून में कोविड कर्फ्यू होने को वजह से आवाजाही कम रही। हालांकि, शादियों के मुहूर्त होने के कारण बड़ी संख्या में बाहर से लोग दून पहुंच रहे थे। आशारोड़ी चेकपोस्ट पर आते ही उनके पंजीकरण की जांच की गई, मगर अधिकतर लोग बिना पंजीकरण के ही यहां आए थे। कईयों ने शादी के कार्ड भी दिखाए, लेकिन पुलिस ने पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य करने का हवाला दिया। परिवार के साथ अपनी कार से आशारोड़ी चेकपोस्ट पर पहुंचे सहारनपुर निवासी रहमान ने बताया कि प्रेमनगर में उनके रिश्तेदार के यहां शादी है। उन्होंने स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर पंजीकरण भी नहीं कराया था। ऐसे में पुलिस ने उन्हें लौटा दिया।
गाजियाबाद के लोकेश सिंह का 10 सदस्यीय परिवार भी बिना पंजीकरण के चेकपोस्ट पर पहुंचा था। लोकेश ने बताया कि उनके रिश्तेदार की जैन धर्मशाला में शादी है। गाजियाबाद से यहां तक कहीं भी पंजीकरण को लेकर जानकारी नहीं मिली। उन्होंने अपनी समस्या सीओ सदर अनुज कुमार को बताई तो उन्होंने मौके पर ही वेबसाइट पर पंजीकरण कराया। इसके बाद उन्हें देहरादून में प्रवेश दिया गया। एंबुलेंस छोड़ रही कोविड सेंटरआशारोड़ी चेकपोस्ट पर यदि कोरोना जांच के बाद यदि किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उसे एंबुलेंस से सर्वे चौक स्थित तीलू रौतेली छात्रवास और स्पोर्ट्स कॉलेज में बनाए गए
डीएम व एसएसपी ने किया आशारोड़ी चेकपोस्ट का निरीक्षण
जिलाधिकारी (डीएम) डॉ. आशीष श्रीवास्तव व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. योगेंद्र रावत ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम संबंधी विभिन्न व्यवस्था को परखा। शनिवार शाम को आशारोड़ी चेकपोस्ट पहुंचे जिलाधिकारी ने देखा कि बाहर से आने वाले व्यक्तियों की कोरोना जांच में किसी तरह की ढिलाई तो नहीं की जा रही।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि बिना पंजीकरण के किसी भी व्यक्ति को देहरादून में प्रवेश न करने दिया जाए। उनकी आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट की भी भलीभांति जांच करें। जिनके पास जांच रिपोर्ट नहीं है, उनका अनिवार्य रूप से एंटीजन टेस्ट किया जाए। जिलाधिकारी ने रायपुर स्टेडियम में कोविड सेंटर का दौरान करते हुए ऑक्सीजन व नॉन-ऑक्सीजन बेड स्थापित करने की प्रगति का जायजा किया।